आंखों के लिए विटामिन और मिनरल्स तथा आहार
आधुनिक कंप्यूटर युग में हमारे रहन सहन के तरीके बदल गए हैं। हम सब ऑफिस तथा घर में अधिकांश समय तक कंप्यूटर,लैपटॉप, आईपैड और मोबाइल के साथ अपना समय बिताते हैं। पर्यावरण में बहुत ही अधिक मात्रा में प्रदूषण है था हवा में प्रदूषण के कण शामिल है।
इन सब कारणों से हमारे आंखों के ऊपर बुरा प्रभाव पड़ता है और आंखों की रोशनी कमजोर होती है।
कुछ मामलों में आंखों की कमजोरी अनुवांशिकता के कारण भी होती है। इस आधुनिक युग में हमारे जीवन शैली और खान-पान में संतुलित आहार नहीं लेने से आंखों पर बुरा असर पड़ता है और रोशनी कमजोर हो जाती है।
आंखों की रोशनी कम क्यों हो जाती है?
उम्र के साथ आंखों की रोशनी में कमी:
हमारी उम्र बढ़ने के साथ आँखों में Degenerative बदलाव होने लगते हैं, जिससे धीरे-धीरे आंखों की रोशनी कमजोर होने लगती है। अगर हम अपने जीवन में उचित आहार और एक अच्छे जीवन शैली का पालन करें तो इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं और लंबे समय तक अच्छी रोशनी बनी रह सकती है। अगर हम भोजन में आंखों के लिए जरूरी पोषक तत्व वाली संतुलित आहार का सेवन नहीं करते हैं तो यह बदलाव समय से पहले भी होने लगता है और आंखों की रोशनी कमजोर होने लगती है।
भोजन में पोषक तत्वों की कमी:
हमारे भोजन में आंखों के लिए जरूरी पोषक तत्वों की कमी से दृष्टि पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
आंखों को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन-सी, विटामिन-ए और विटामिन-ई, फोलिक एसिड, जिंक, और ओमेगा-3 फैटी एसिड की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यह सारे पदार्थ हमारे आसपास मौजूद फल सब्जियां और दूसरे खाने के पदार्थों में मौजूद है। अगर लंबे समय तक इन जरूरी पोषक तत्वों का सेवन नही या कम किया जाए तो आंखों की रोशनी कमजोर होती है और आंखों से संबंधित दुसरे भयानक बीमारियां जैसै कि कैटारैक्ट, उम्र संबंधित आंखों की बीमारी, मोतियाबिंद आदि हो सकते हैं।
हमारे जीवन शैली का आंखों पर प्रभाव:
जैसा कि हम पहले ही बता चुके हैं कि आधुनिक युग में हम जहां तक समय कंप्यूटर मोबाइल आदि पर बिताते हैं इससे आंखों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए देर रात तक लगातार पढ़ने या कंप्यूटर पर काम करने आंखों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इस बुरे प्रभाव से बचने के लिए थोड़ी थोड़ी देर के अंतराल पर काम करना बंद कर हमें अपनी आंखों को आराम देना चाहिए।
आंखों की रोशनी कैसे बढ़ाएं? How to Improve Eye Sight?
आँखों को की रोशनी को नुकसान से बचाने के लिए निम्न बातों पर ध्यान देना चाहिए:
- कम दिन में दो बार आंखों को ठण्डे पानी से धोना चाहिए।
- पढ़ते समय या कंप्यूटर पर काम करते समय पर्याप्त रोशनी का ध्यान रखना चाहिए। कम रोशनी में पढ़ने और बारीक काम करने पर आंखों पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
- वातावरण में मौजूद धूल, प्रदूषण एवं तेज धूप से अपने आँखों को बचाना चाहिए, तेज धूप में आँखों को पराबैगनी किरणो (UV Rays) से बचाने के लिए अच्छी क्वालिटी के चश्मों का प्रयोग करना चाहिए। पराबैगनी किरणे आंखों को नुकसान पहुंचाती है।
- बहुत देर तक पढ़ने या कम्प्यूटर पर काम करने, सिलाई कढ़ाई करने या कोई भी बारीक काम को करने से आंखों पर बुरा प्रभाव पड़ता है इसलिए इन कामों को थोड़ी थोड़ी देर पर रोक कर आंखों को आराम देते रहना चाहिए।
- समय-समय पर आंखों की डॉक्टरी जांच करानी चाहिए और सही नंबर के चश्मे का प्रयोग करना चाहिए। आंखों की रोशनी पर बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा। कंप्यूटर और मोबाइल पर काम करते समय Anti Glare चश्मे का प्रयोग करना चाहिए।
आंखों की रोशनी के लिए जरूरी विटामिन और आहार:
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए भरपूर पोषक युक्त भोजन का इस्तेमाल करना चाहिए। हमारे भोजन में आंखों के लिए जरूरी पोषक तत्व, मिनरल्स और विटामिन का होना अति आवश्यक है।
हमारे भोजन में प्रचुर मात्रा में विटामिन-सी, विटामिन-ए और विटामिन-ई, फोलिक एसिड, जिंक, और ओमेगा-3 फैटी एसिड होना चाहिए।
आंखों के लिए जरूरी है विटामिन ए:
विटामिन ए आंखों के लिए सबसे जरूरी है। विटामिन ए में प्रचुर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो हमारी आंखों और इम्यून सिस्टम के लिए काफी जरूरी होते हैं। विटामिन ए हमारी आंखों की कार्निया की सुरक्षा रखती है तथा आंखों की रौशनी बढ़ाने में भी मदद करती है। विटामिन ए हरे पत्तेदार सब्जियां, संतरे, पुदीना, कद्दू, स्वीट पोटैटो, दूध, पनीर और गाजर में प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। हम अपने दैनिक जीवन में इन सब्जियों और फलों को अपनाकर विटामिन ए की कमी को पूरा कर सकते हैंं।
आंखों के लिए जरूरी है विटामिन सी:
विटामिन सी युक्त फल सब्जियां और खाने के पदार्थ में प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट मोजूद होता है जो हमारे रक्त प्रवाह को बेहतर तरीके कैसे संचालित करता है। आंखों की रेटिना में रक्त प्रवाह सुचारु रुप से प्रवाह करने के लिए विटामिन सी का सेवन करना चाहिए। डॉक्टरों द्वारा यह बात प्रमाणित है कि विटामिन सी युक्त भोजन का सेवन करने से मोतियाबिंद और अंधेपन को रोकने में सहायक होता है। स्ट्रॉबेरी, कीवी, बंदगोभी, संतरे और नींबू, धनिया की पत्ती, शिमला मिर्च, हरी मिर्च, अमरूद और आंवला आदि में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इन अहारों को अपनाकर हम अपने शरीर में विटामिन सी की मात्रा को बरकरार रख सकते हैं।
आंखों के लिए फोलिक एसिड:
फोलिक एसिड हमारे शरीर में नई कोशिकाओं का निर्माण करने में सहायक होता है। फोलिक एसिड की कमी से शरीर में एनीमिया होने की संभावना बढ़ जाती है। इसकी कमी से आंखों से संबंधित नसों में दुष्प्रभाव का खतरा उत्पन्न होता है। फोलिक एसिड हरे पत्तेदार सब्जियां, पालक, धनिया, पुदीना, बंद गोभी, ब्रोकली, केल, बींस और अखरोट में भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इनमें से कुछ को अपने दैनिक जीवन में इस्तेमाल कर शरीर में फोलिक एसिड की कमी को पूरा कर आंखों की रोशनी को बढ़ा सकते हैं।
आंखों के लिए ओमेगा 3 फैटी एसिड:
ओमेगा-3 फैटी एसिड्स एक बहुत ही महत्वपूर्ण तत्व है जिसका सेवन करके अपनी आंखों की रोशनी को बढ़ा सकते हैं। ओमेगा 3 फैटी एसिड से आंखों का रेटिना स्वस्थ रहता है जिससे आंखों की रोशनी में कमी नहीं होती। ओमेगा 3 फैटी एसिड अलसी, चीया सीड, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, अखरोट और सोयाबीन के तेल में प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इनमें से कुछ को अपने दैनिक आहार में अपनाकर शरीर में ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी को पूरा कर सकते हैं।
आंखों की रोशनी के लिए विटामिन ई:
हमारे शरीर में विटामिन-ई कमी से आंखों में कई बीमारियां हो सकती है जिसमें धुंधलापन, मोतियाबिंद या अंधापन जैैसे घातक बीमारियां सामिल है।
विटामिन ई एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो वसा में घुलनशील है। एंटीऑक्सिडेंट हमारे शरीर से "फ्री रेडिकल्स" नामक हानिकारक पदार्थों को हटाने में सहायक होते हैं। सूरजमुखी के बीज, बादाम, मूंगफली, गेहूँ का अंकुर, आम, एवोकैडो और बटरनट स्क्वैश मे विटामिन ई भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
--:--
0 Comments