पृथ्वी के वातावरण में ऑक्सीजन
पृथ्वी के वातावरण में ऑक्सीजन का उपस्थित होना जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। ऑक्सीजन न केवल मनुष्यों बल्कि अधिकांश जीवों के लिए आवश्यक है। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि पृथ्वी के वातावरण में ऑक्सीजन कहाँ से आया, इसकी मात्रा, मुख्य श्रोत, और साइनोबैक्टीरिया का योगदान।
ऑक्सीजन का स्रोत
पृथ्वी के प्रारंभिक वातावरण में ऑक्सीजन नहीं था। यह समय के साथ विभिन्न प्रक्रियाओं के माध्यम से उत्पन्न हुआ। प्रमुख स्रोत निम्नलिखित हैं:
- फोटोसिंथेसिस: यह प्रक्रिया प्रकाश संश्लेषक जीवों द्वारा की जाती है जिसमें वे सूर्य के प्रकाश का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी से ऑक्सीजन और ग्लूकोज बनाते हैं।
- साइनोबैक्टीरिया: ये विशेष प्रकार के बैक्टीरिया होते हैं जिन्होंने प्रारंभिक पृथ्वी पर सबसे पहले ऑक्सीजन का उत्पादन किया।
ऑक्सीजन की मात्रा
पृथ्वी के वातावरण में लगभग 21% ऑक्सीजन होती है। यह संतुलन महत्वपूर्ण है क्योंकि अधिक ऑक्सीजन आग की संभावनाएं बढ़ा सकती है और कम ऑक्सीजन जीवन के लिए हानिकारक हो सकता है।
ऑक्सीजन के मुख्य श्रोत
पृथ्वी पर ऑक्सीजन मुख्यतः दो प्रमुख स्रोतों से आता है:
- सागरीय पौधों और शैवालों: महासागरों में उपस्थित फाइटोप्लांकटन, शैवाल और समुद्री पौधे पृथ्वी के अधिकांश ऑक्सीजन का उत्पादन करते हैं। यह अनुमान है कि लगभग 70% ऑक्सीजन महासागरीय स्रोतों से आता है।
- स्थलीय पौधे और पेड़: भूमि पर उपस्थित वनस्पतियाँ जैसे वृक्ष और पौधे, शेष 30% ऑक्सीजन का उत्पादन करते हैं।
साइनोबैक्टीरिया: ऑक्सीजन का प्राचीन स्रोत
साइनोबैक्टीरिया, जिसे ब्लू-ग्रीन अल्गी भी कहा जाता है, ने प्राचीन पृथ्वी पर सबसे पहले ऑक्सीजन का उत्पादन किया। ये सूक्ष्मजीव प्रारंभिक महासागरों में पाए जाते थे और आज भी नमक के पानी से लेकर मीठे पानी तक हर जगह मिलते हैं।
साइनोबैक्टीरिया का योगदान
साइनोबैक्टीरिया ने लगभग 2.4 से 2.1 बिलियन साल पहले 'महान ऑक्सीजन घटना' (Great Oxidation Event) के दौरान बड़े पैमाने पर ऑक्सीजन का उत्पादन किया। इस घटना ने पृथ्वी के वायुमंडल को ऑक्सीजन से भर दिया और इसे आज के जीवों के लिए अनुकूल बनाया। साइनोबैक्टीरिया के बिना, जीवन जैसा हम आज जानते हैं, संभव नहीं होता।
निष्कर्ष
पृथ्वी के वातावरण में ऑक्सीजन की उपस्थिति का मुख्य स्रोत फोटोसिंथेसिस प्रक्रिया है, जिसमें साइनोबैक्टीरिया का महत्वपूर्ण योगदान है। साइनोबैक्टीरिया और अन्य फोटोसिंथेटिक जीवों ने पृथ्वी के वायुमंडल को ऑक्सीजन से भरकर जीवन के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आज भी, सागरीय और स्थलीय पौधों का ऑक्सीजन उत्पादन में मुख्य योगदान है, जिससे पृथ्वी पर जीवन संभव होता है।
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