Ukraine: पुतिन युद्धविराम की दिशा में काम करने पर सहमत, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रॉन ने टेलीफोन पर बात किया। रूस के राष्ट्रपति से मिलने को तैयार बिडेन : ब्लिंकेन
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— Raul Martinez (@RaulNBCBoston) February 20, 2022
यूक्रेन और रूस के बीच संघर्ष विराम की ओर बढ़ रहा है। फ्रांस की तरफ से किया गए पहल पर रूस के राष्ट्रपति पुतिन राजी हो गए हैं। फिलहाल टेंशन बना हुआ है, जब तक पूरी तरह से संघर्षविराम नहीं हो जाता, कुछ कहा नहीं जा सकता। फ्रांस के राष्ट्रपति ने अपने तरफ से पहल कर युद्ध रोकने के लिए रूस के राष्ट्रपति से बात की है।
फ्रांस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की
मीडिया रिपोर्ट के हवाले से पता चला है कि: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन फोन पर बातचीत कर पूर्वी यूक्रेन में संघर्ष विराम के लिए काम करने पर सहमत हुए। फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों के कार्यालय ने कहा।
दोनों नेताओं के बीच 105 मिनट तक चली फोन पर हुई बातचीत हुई, जिसमें वे मौजूदा संकट का कूटनीतिक समाधान खोजने और हासिल करने के लिए सब कुछ करने जरुरतों पर भी सहमत हुए, उन्होंने कहा कि आने वाले समय में दोनों देशों के विदेश मंत्री मिलकर बात करेंगे।
पुतिन ने मैक्रॉन के साथ एक कॉल में पूर्वी यूक्रेन में सैन्य वृद्धि के लिए कीव को दोषी ठहराया, लेकिन कहा कि एक समाधान खोजने के लिए राजनयिक प्रयासों को तेज करने की आवश्यकता है।
La diplomatie téléphonique de @EmmanuelMacron semble lui donner raison…#UkraineRussiaCrisis pic.twitter.com/V0xv0kBnGh
— Dupuy Emmanuel (@Emdupuy) February 21, 2022
मैक्रों के मास्को जाने के दो हफ्ते बाद यह कॉल आया कि पुतिन को यूक्रेन में सीमा पर बड़े पैमाने पर सैनिकों को भेजने से परहेज करने के लिए राजी किया जाए।
क्रेमलिन रीडआउट
रूसी राष्ट्रपति ने उल्लेख किया कि वृद्धि का कारण यूक्रेनी सुरक्षा बलों द्वारा उकसाया गया है," क्रेमलिन रीडआउट ने कहा।
इसके बयान में कहा गया है कि पक्षों ने नाटो देशों द्वारा यूक्रेन को हथियारों और गोला-बारूद की आपूर्ति पर चर्चा की, जो क्रेमलिन ने कहा कि कीव को देश के पूर्व में अलगाववादियों के खिलाफ "सैन्य समाधान" की ओर धकेल रहा है।
बयान में हालांकि कहा गया है कि "राष्ट्रपति मानते हैं कि राजनयिक माध्यमों से समाधान खोजने के प्रयासों को तेज करना महत्वपूर्ण है"।
इसने कहा कि नेताओं ने सहमति व्यक्त की कि इन प्रयासों को फ्रांस, जर्मनी, रूस और यूक्रेन के विदेश मंत्रियों और प्रतिनिधियों द्वारा किया जाना चाहिए, जो नॉर्मंडी वार्ता समूह बनाते हैं।
क्रेमलिन के रीडआउट में कहा गया है, "व्लादिमीर पुतिन ने सुरक्षा गारंटी की रूसी मांगों को गंभीरता से लेने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका और नाटो की आवश्यकता को दोहराया।"
बयान में कहा गया है कि पुतिन ने मैक्रॉन से कहा था कि पश्चिमी देशों को पूर्वी यूरोप और पूर्व सोवियत देशों में पश्चिम की भूमिका को सीमित करने के लिए पिछले दिसंबर में मास्को द्वारा निर्धारित व्यापक मांगों पर ठोस और बिंदु-दर-बिंदु प्रतिक्रिया देनी चाहिए।
यूक्रेन की राष्ट्रपति शांति कायम करने के लिए तैयार
Continuing yesterday's conversation, informed @EmmanuelMacron about the current security situation and new provocative shelling. We stand for intensifying the peace process. We support the immediate convening of the TCG and the immediate introduction of a regime of silence.
— Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) February 20, 2022
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन रुसी राष्ट्रपति पुतिन से मिलेंगे
#UkraineRussiaCrisis pic.twitter.com/OgBuo6SJhi
— Mohamed Gomaa (@Mohamed_Gomaa_) February 21, 2022
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन यूक्रेन युद्ध के तनाव को कम करने के लिए रूस के व्लादिमीर पुतिन से "किसी भी समय" मिलने के लिए तैयार हैं, उनके शीर्ष राजनयिक ने रविवार को कहा, रूस अपने पड़ोसी पर हमला करने के कगार पर दिखाई देता है।
एक टीवी शो के इंटरव्यू में, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सीएनएन को बताया है कि हम जो कुछ भी देख रहे हैं, उससे पता चलता है कि मामला गंभीर है और हम एक युद्ध के कगार पर खड़े हैं।
ब्लिंकन ने सीबीएस के "फेस द नेशन" को बताया कि राष्ट्रपति विडेन ने बहुत स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी समय, किसी भी प्रारूप में राष्ट्रपति पुतिन से मिलने के लिए तैयार हैं, अगर इससे युद्ध को रोकने में मदद मिलती है।
भारत सरकार ने अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा
यूक्रेन में भारतीय दूतावास के अधिकारियों के परिवारों को भारत वापस जाने के लिए कहा गया है। दूतावास की तरफ से यूक्रेन में पढ़ रहे भारतीय छात्रों को भी जल्दी से जल्दी यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा गया है।
ADVISORY FOR INDIAN NATIONALS IN UKRAINE.@MEAIndia @DrSJaishankar @PIBHindi @DDNewslive @DDNewsHindi @IndianDiplomacy @PTI_News @IndiainUkraine pic.twitter.com/i3mZxNa0BZ
— India in Ukraine (@IndiainUkraine) February 20, 2022
पूरे विश्व के लोग इस घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं। परमाणु युग में युद्ध बहुत घातक होता है। युद्ध मानवता के लिए बहुत खतरनाक होता है। रुस और यूक्रेन के बीच आपसी सहमति बन जाए दोनों देश में शांति आ सकती है।Families of Indian Embassy officials in Ukraine have been asked to move back to India: Sources pic.twitter.com/lM91EhGlKS
— ANI (@ANI) February 20, 2022
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