मोदी के झूठ: इंडिया का बंटाधार कर दिया?
2014 में जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने, तो उन्होंने "अच्छे दिन" लाने, 2 करोड़ नौकरियां देने, किसानों की आय दोगुनी करने और महंगाई कम करने जैसे कई बड़े वादे किए। लेकिन 10 साल बाद, देश की वास्तविक स्थिति को देखकर यही लगता है कि मोदी सरकार ने सिर्फ जुमले दिए और देश की आर्थिक, सामाजिक और लोकतांत्रिक स्थिति को कमजोर किया।
1. सरकारी कंपनियों को बेचकर दलित-पिछड़ों का हक छीना
मोदी सरकार धीरे-धीरे देश की सरकारी कंपनियों को बेच रही है, जिससे आरक्षण खत्म होने की कगार पर है। रेलवे, BSNL, HAL, LIC, BPCL, एयर इंडिया जैसी बड़ी सरकारी कंपनियों को निजी हाथों में सौंप दिया गया। सरकारी नौकरियों की भर्ती बंद करके दलितों, पिछड़ों और वंचित वर्गों से उनका हक छीना जा रहा है।
सच्चाई:
- सरकारी कंपनियों के निजीकरण से लाखों आरक्षित नौकरियां खत्म हो गईं।
- रेलवे, बैंक, LIC, BHEL में सरकारी नौकरियां खत्म की जा रही हैं।
- ठेकेदारी और निजीकरण बढ़ने से आरक्षण बेकार हो गया।
- सरकार ने संविदा (Contract) सिस्टम को बढ़ावा देकर दलित-पिछड़े समाज के युवाओं के भविष्य को अंधकार में डाल दिया।
2. 2 करोड़ नौकरियों का झूठ, रेलवे में भर्ती बंद
मोदी ने हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था, लेकिन CMIE के अनुसार, बेरोजगारी दर 8% से ऊपर बनी हुई है। सबसे बड़ा झटका रेलवे में भर्ती बंद करके दिया गया, जहां लाखों युवा परीक्षा पास करने के बावजूद नौकरी का इंतजार कर रहे हैं।
सच्चाई:
- रेलवे में नई भर्तियां न के बराबर हैं।
- रेलवे में ग्रुप D, NTPC जैसी भर्ती सालों तक लटकी रहती है और फिर पेपर लीक हो जाता है।
- लाखों सरकारी पद खाली हैं, लेकिन भरे नहीं जा रहे।
3. महंगाई और GST से आम आदमी की कमर तोड़ी
मोदी सरकार ने कहा था कि वह महंगाई कम करेगी, लेकिन आज पेट्रोल-डीजल, गैस सिलेंडर, दालें और खाने-पीने की चीजें आम आदमी की पहुंच से बाहर हो गई हैं। GST लागू करके छोटे व्यापारियों और मध्यम वर्ग को बर्बाद कर दिया।
सच्चाई:
- गैस सिलेंडर ₹400 से ₹1100 हो गया।
- पेट्रोल-डीजल ₹100 के पार चला गया।
- दालें, सब्जियां और खाने-पीने की चीजें महंगी हो गईं।
- छोटे व्यापारियों पर GST का भार डाल दिया, जबकि बड़े उद्योगपतियों को राहत दी गई।
4. भ्रष्टाचार खत्म करने का झूठ, मोदी का रिश्ता भ्रष्ट नेताओं से
मोदी ने दावा किया था कि वह भ्रष्टाचार खत्म कर देंगे, लेकिन आज सबसे ज्यादा भ्रष्टाचारी बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। मोदी सरकार ने चुनावी बॉन्ड घोटाला, अदानी घोटाला, राफेल घोटाला जैसे घोटालों पर पर्दा डाल दिया।
सच्चाई:
- जो भी विपक्ष में भ्रष्टाचारी था, वह बीजेपी में जाते ही "ईमानदार" बन जाता है।
- अमित शाह, येदियुरप्पा, शिवराज चौहान, अजय मिश्रा टेनी जैसे नेताओं पर गंभीर आरोप हैं, लेकिन मोदी सरकार चुप है।
- नोटबंदी और चुनावी बॉन्ड का पैसा बीजेपी की जेब में गया।
5. विदेश नीति में फेल, ट्रंप भी आंखें दिखा रहा
मोदी सरकार ने विदेश नीति को अपनी इवेंट मैनेजमेंट में बदल दिया, लेकिन सच्चाई यह है कि भारत की स्थिति अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कमजोर हुई है। अमेरिका, यूरोप, और अरब देशों से संबंध खराब हो रहे हैं।
सच्चाई:
- डोनाल्ड ट्रंप भी भारत को आंखें दिखा रहे हैं और मोदी सरकार चुप है।
- भारत को G20 और QUAD जैसे मंचों पर कमजोर माना जा रहा है।
- रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत का कूटनीतिक रवैया असफल रहा।
- इस्लामिक देशों से भारत के संबंध खराब हुए, जिससे भारतीय मजदूरों और व्यापार को नुकसान हुआ।
6. पड़ोसी देशों से संबंध खराब, चीन जमीन कब्जा कर रहा
मोदी सरकार के दौरान भारत के सभी पड़ोसी देशों से रिश्ते बिगड़ चुके हैं। नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव तक भारत से दूरी बना रहे हैं।
सच्चाई:
- चीन ने लद्दाख और अरुणाचल में हमारी जमीन पर कब्जा कर लिया, लेकिन मोदी सरकार चुप है।
- नेपाल ने अपने नक्शे में भारत के हिस्से दिखा दिए, लेकिन सरकार ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
- मालदीव और बांग्लादेश के साथ व्यापारिक संबंध खराब हो गए।
निष्कर्ष: मोदी इंडिया का बंटाधार कर दिया?
मोदी सरकार ने हर क्षेत्र में देश को पीछे धकेल दिया। सरकारी कंपनियां बेची जा रही हैं, आरक्षण खत्म किया जा रहा है, बेरोजगारी बढ़ रही है, महंगाई चरम पर है और विदेश नीति फेल हो गई है।
अब यह जनता को तय करना है कि वह इस झूठ और जुमलेबाजी से कब तक बेवकूफ बनती रहेगी?
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