आंवला (Indian Gooseberry)
आंवला एक ऐसा फल है जिसे लंबे
समय से भारत में एक पोषक टॉनिक, रक्त शोधक और रेस्टोरेटिव म्यूकस मेम्ब्रेन टॉनिक के
रूप में अपनाया जाता है। इसे आयुर्वेद में आंवला या आमलकी के नाम से भी जाना जाता है।
आंवला का एक फल में बीस संतरे के बराबर विटामिन "सी" पाया जाता है। भारतीय आंवला (Phyllanthus Emblica) के पेड़ पूरे
भारत में जंगली और खेती दोनों में उगते हुए पाए जा सकते हैं। आंवला में छह स्वाद (खट्टा, कड़वा, तीखा, कसैला,
नमकीन और मीठा) होता है, हालांकि खट्टा इसका प्रमुख स्वाद है।
आयुर्वेद विज्ञानं में शरीर
को कफ, वात और पित्त तीन तरह के रोगों से ग्रसित होना माना जाता है। आंवला ही अकेला
ऐसा फल है, जो इन तीनों रोगों के इलाज में उपयोग किया जाता है और यह बहुत ही बेहद फायदेमंद
है। आंवला सेवन से हृदय को मजबूती मिलती है तो त्वचा के लिए खास गुणकारी होता है। आंवले
में प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो बीमारियों से लड़ने में मदद
करता है तथा आंवला हड्डियों को भी मजबूत बनता है। आंवला मोटाप कम करने के साथ साथ आंखों
की रोशनी बढ़ाने में भी मददगार होता है। इसके अलावा आंवला पेट के रोगो को दूर करने
के साथ ही सर्दी-जुकाम होने पर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
आंवला के फायदे
आयुर्वेदिक इलाज में जिस त्रिफला
का जिक्र है उसे बनाने वाले तीन फलों में से एक आंवला भी है। आंवला कायाकल्प च्यवनप्राश
बनाने में भी मुख्य सामग्री के रुप में इस्तेमाल किया जाता है। त्वचा, मुंह, खोपड़ी,
और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट के म्यूकोसल झिल्ली की स्वस्थता को बढ़ावा देने के
साथ-साथ सर्दियों में एक सामान्य टॉनिक, कब्ज की रोकथाम तथा अच्छे मस्तिष्क विकास के
लिए आंवला उपयोग किया जाता है। आंवला का उपयोग शरीर में अत्यधिक गर्मी और सूजन के इलाज
के लिए किया जाता था, जो आयुर्वेद में पित्त दोष या संविधान प्रकार से जुड़े होते हैं।
आंवला को ठंडा करने वाला प्रभाव माना जाता है। इसका उपयोग रक्त बनाने, यकृत में सुधार
और सामान्य रक्त शर्करा रीडिंग को बनाए रखने के लिए किया जाता है।
आंवला (Indian Gooseberry)
में अनार की तुलना में लगभग 17 गुना अधिक एंटीऑक्सीडेंट, अकाई बेरी से दोगुना एंटीऑक्सीडेंट
और संतरे के विटामिन सी से आठ गुना अधिक विटामिन सी की मात्रा मौजूद होते है।
पारदर्शी हरा आंवला फल हमें
कई तरह की बीमारियों से बचा सकता है, जैसे कि सामान्य सर्दी, कैंसर और बांझपन। इसका नाम संस्कृत शब्द "अमलकी" से लिया
गया है, जिसका अर्थ है "जीवन का अमृत।" आयुर्वेदिक चिकित्सकों के अनुसार,
आंवला फल शरीर के तीन दोषों- कफ, वात और पित्त को संतुलित करने में मदद कर सकता है
और कई बीमारियों के अंतर्निहित कारणों को मिटा सकता है। आंवला जामुन में शामिल एंटीऑक्सीडेंट
और विटामिन बहुत सारे लाभ प्रदान करते हैं। आंवला में महत्वपूर्ण मात्रा में विटामिन
सी होता है, जो शरीर को अनेकों बीमारियों से लड़ने में मदद करता है।
आंवला के फायदे Health Benefits of Amla
आंवला बेरीज के एंटीऑक्सीडेंट
और विटामिन के कई फायदे हैं। विटामिन सी से भरपूर आंवला, जो होने के बाद शरीर को ठीक
करने में मदद करता है। आंवला में कई प्रकार के फ्लेवोनोल्स भी मौजूद होते हैं,
जो बेहतर याददाश्त सहित अनेकों फायदों से जुड़े होते हैं।
हेल्थ के लिए आंवला के फायदे
इस प्रकार हैं:
डायबिटीज की रोकथाम और उपचार
डायबिटीज रोगियों के लिए आंवले
का सेवन बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। दरअसल,
आंवले में भारी मात्रा में क्रोमियम तत्व और फाइबर पाए जाते हैं। क्रोमियम जो इंसुलिन
हार्मोंस को मजबूत कर खून में शुगर लेवल को कंट्रोल करता हैं तथा फाइबर शरीर में जल्दी
से घुल जाता है। फाइबर शरीर में चीनी को अवशोषित होने की रफ्तार को धीमा कर देता है।
टाइप 2 मधुमेह रोगियों के रक्त शर्करा और कोलेस्ट्रॉल के स्तर में प्रबंधन के लिए आंवला
का सेवन फायदेमंद है।
बेहतर पाचन
खाने को पचाने में आंवला बहुत
मददगार है। आंवला को प्रतिदिन खाने से कब्ज, खट्टी डकार और गैस की समस्या से मुक्ति
मिलती है। आंवला की इन्ही गुणों के कारन इसे किसी न किसी रूप में आपको अपने भोजन में
शामिल करना चाहिए. आप आंवले को कच्चा ,चटनी, मुरब्बा, अचार, जूस या चूरन के रूप में
भी खा सकते है। इसे अपनी डाइट का हिस्सा बनाने के लिए दाल या सब्जी में भी इस्तेमाल
कर सकते हैं।
मजबूत हार्ट
अध्ययनों से पता चला है कि आंवला के सेवन से बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को प्रभावी रूप से कम किया
जा सकता है, शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा काम होने से हृदय स्वस्थ रहता है.श। इसके अलावा आंवला के सेवन से ब्लड प्रेशर भी नार्मल रहता है। ब्लड प्रेशर नार्मल रहने
हृदय स्वस्थ रहता है और अच्छी तरह से काम करता है।
स्वस्थ आंखें
आंखों को तंदुरुस्त रखने के
लिए विटामिन ए का सेवन बहुत जरुरी होता है। आंवला में प्रचुर मात्रा में विटामिन ए होता
है जो आँखो की रोशनी बढ़ाने के अलावा, विटामिन
ए उम्र से संबंधित धब्बेदार अध: पतन के जोखिम को कमता है। आंवला में मौजूद विटामिन
सी बैक्टीरिया से लड़कर आंखों को तंदुरुस्त रखता है।
इम्युनिटी मजबूत करता है
अनुशंसित मूल्य की दोगुनी से
अधिक खुराक लगभग 300 मिलीग्राम विटामिन सी 100 ग्राम आंवला बेरीज, या लगभग आधा कप में
पाया जाता है।
आंवला में पर्याप्त मात्रा
में विटामिन सी पाया जाता है, जो शरीर की कई कोशिका प्रक्रियाओं को तेज कर देता है
जिससे प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत हो जाती है। साथ ही विटामिन सी एक प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट
है जो सूजन व लालिमा जैसी स्थितियों को कम करने में शरीर की मदद करता है।
एल्कलॉइड्स, फ्लेवोनोइड्स और पॉलीफेनोल्स भी महत्वपूर्ण
मात्रा में मौजूद होते हैं। आंवला में जीवाणुरोधी
और विरोधी भड़काऊ गुण होते हैं।
मानसिक और स्मृति स्वास्थ्य
आंवला में महत्वपूर्ण स्तर
के फाइटोन्यूट्रिएंट्स और एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो मस्तिष्क की कोशिकाओं को हमले
से बचा सकते हैं। आंवला मेमोरी पावर को बढ़ाता है। आंवला में पर्याप्त मात्रा में विटामिन
सी होने के कारण आपका शरीर नोरपाइनफ्राइन, एक न्यूरोट्रांसमीटर का उत्पादन कर सकता
है जो मनोभ्रंश रोगियों को उनके संज्ञानात्मक कार्यों में मदद कर सकता है।
बालों के लिए आंवला (Amla for hair)
आंवला का सेवन करना सेहत और त्वचा के साथ ही बालों के लिए काफी फायदेमंद होता है। बालों पर आंवले का इस्तेमाल पाउडर के रूप में किया जाता है। आंवला का पाउडर बालों को लंबा घना और मजबूत बनाता है। आंवला के उपयोग से बाल झड़ने की समस्या से छुटकारा मिलता है। आंवला पाउडर के इस्तेमाल से बालों में नई चमक आती है। आंवले का इस्तेमाल हेयर टॉनिक के रूप में किया जाता है तथा यह स्कैल्प और बालों की देखभाल में मदद करता है।
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